कुछ समय पहले तक तकनीकी के क्षेत्र में अधिकतर लोग सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट , ग्रैफिक्स डिजाइनिंग या प्रोडक्ट डिजाइनिंग आदि को कैरियर के तौर पर चुनते थे । किंतु अब तकनीक के क्षेत्र में नए प्रयोग होने के साथ-साथ विकल्प भी बढ़ चुके हैं । अब युवाओं का रुझान साइबर या वर्चुअल रियलिटी जैसे इस्मार्ट तकनीक की तरफ बढ़ रहा है । 12वीं में भौतिक विज्ञान , रसायन शास्त्र और गणित विषयो मे उत्तीर्ण छात्र स्मार्ट तकनीकी में अपना करियर बना सकते हैं।
मोशन ग्राफिक
ग्राफिक डिजाइनिंग और एनिमेशन के अलावा मोशन ग्राफिक चुन सकते हैं । इसमें ग्राफिक डिजाइन फोटो और अक्षरों में साउंड और एनिमेशन डालकर रचनात्मक तरीके से पेश किया जाता है। इन दिनों फिल्मों या वीडियो गेम्स के लिए इसकी आवश्यकता होती है। कई वेबसाइट, सोशल मीडिया पर या विज्ञापनों में भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है । इसके लिए किसी प्रतिष्ठित संस्थान से ट्रेनिंग ले सकते हैं। ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स भी उपलब्ध है।
इंडस्ट्रियल डिजाइन
इंडस्ट्रियल डिजाइनिंग एक ऐसी रचनात्मक कला है जिसमें उपभोक्ता की दृष्टि से व्यवसायिक औद्योगिक प्रयोग के लिए उपकरण तैयार किए जाते हैं । उपकरण को कौन इस्तेमाल करेगा उस आधार पर शोध किया जाता है । फिर उस वस्तु का स्केच तैयार किया जाता है । इसके के दौरान डिजाइन और तकनीक यानी कि वह उपकरण कैसा दिखेगा और कैसे काम करेगा , इन पर काम किया जाता है । इसमें कला और इंजीनियरिंग की अहम भूमिका होती है । इंडस्ट्रियल डिजाइन में स्नातक डिग्री ले सकते हैं ।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
सदियों से इंसान की ख्वाईश रही है कि कोई कृतिम व्यक्ति हो जो उसकी भावनाओ को भी समझे और उसके जैसा काम भी करे , इसीलिए मनुष्य ने तरह तरह की मशीने तैयार की , अब यह इंसानो के जैसा ही काम कर सके , उसकी पढाई हम Artificial Intelligence course में करते है , इस course के माध्यम से हमारा काम ऐसी मशीन या कंप्यूटर को तैयार करना है जो बिल्कुल मनुष्य के मस्तिष्क की तरह काम करता हो । इसके अंतर्गत हम कंप्यूटर को इंसान की तरह स्वतः रूप से इंसानी व्यव्हार को सीखने , योजना बनाने , और समस्याओं को स्वतः स्वज्ञान से हल करने के लायक तैयार करते है। स्मार्ट असिस्टेंट, रोबोटिक वेक्यूम क्लीनर, चेहरे पहचानने वाले सॉफ्टवेयर फैसियल रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर आदि को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एआई की तकनीक से तैयार किया जाता है इसी तकनीक की मदद से उपभोक्ता को उनकी पसंद के आधार पर ओटीटी प्लेटफॉर्म और म्यूजिक एप्स पर सियासत की सलाह भी मिलती है यहां तक कि ऑनलाइन शॉपिंग में भी इस तकनीकी का इस्तेमाल होता है.
इस course को करने के लिए आपको computer science और Mathematics की जानकारी जरुरी है। Engineering की Degree लेने के बाद आप इसमें carrier की शुरुआत कर सकते है , हाँ , आपकी degree - Computer Science, Software Technology, Math, Electronics, Electricals जैसे Subject में होने चाहिए।
आजकल डिजिटल अर्थव्यवस्था में जाब रेङी बनने के लिए भारतीय छात्र सी प्रोग्रामिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग
एचटीएमएल डाटा स्ट्रक्चर से जुड़ी टेक्निकल स्किल्स सीखने में दिलचस्पी ले रहे हैं। क्योंकि अब हर फील्ड के रिक्रूटर उन्हीं युवाओं को प्राथमिकता दे रहे हैं जिनके पास डिजिटल स्केल है ऐसे में एक अच्छी नौकरी हासिल करने के लिए आपको टेक्नोलॉजी से जुड़े कोर्सेज फॉर स्किल से खुद को अपडेट करना होगा अब ऐसे कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे फ्री कोडकैंप ऐडैक्स थिंकफूल है जहां आप निशुल्क टेक्निकल स्किल सीख सकते हैं यहां कुछ कोशिश की जानकारी दी जा रही है जिनकी मदद से आप खुद को जॉब रेडी बना सकते हैं।
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी फाउंडेशन-
एङेक्स प्लेटफार्म पर यह कोर्स उपलब्ध है यहां आईटी का इस्तेमाल संस्थानों में किस तरह किया जा सकता है, इसके बारे में सीख सकते हैं।
इंट्रोडक्शन टू कंप्यूटर थिंकिंग एंड डाटा साइंस-
एमआईटी द्वारा आफर किए जा रहे इस कोर्स से आप यह सीख सकते हैं कि कैसे सिंम्पल प्रोग्राम डिवेलप करने में कंप्यूटेशन मदद करता है ।
सॉफ्टवेयर टेस्टिंग - यह कोर्स उड़ासिटी की वेबसाइट पर उपलब्ध है । इस कोर्स से आप सॉफ्टवेयर टेस्टिंग के बेसिक्स सीख सकते हैं।
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