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सितंबर, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Income Tax Section 194 C (धारा 194सी की सम्पूर्ण  जानकारी हिंदी में)

 भारत में, आयकर अधिनियम विभिन्न भुगतानों पर स्रोत पर कटौती (टीडीएस) का mandate देता है। Income Tax Section 194 C विशेष रूप से ठेकेदारों और सब-ठेकेदारों को किए गए भुगतानों पर लागू टीडीएस से संबंधित है। यह ब्लॉग व्यवसायों और ऐसे भुगतान करने वाले व्यक्तियों के लिए धारा 194C के प्रावधानों को समझने का एक प्रयास है। धारा 194C के तहत किसे टीडीएस कटौती करनी चाहिए? धारा 194C के तहत टीडीएस कटौती की सीमा क्या है? धारा 194C के तहत टीडीएस कटौती की दर क्या है? क्या धारा 194C के तहत टीडीएस से कोई छूट है? क्या होगा अगर ठेकेदार के पास पैन कार्ड नहीं है? याद रखें: धारा 194Q के अंतर्गत आने वाली सेवाएं - धारा 194C के तहत किसे टीडीएस कटौती करनी चाहिए? Income Tax Act 1961 के Income Tax Section 194 C के अनुसार, कोई भी व्यक्ति (भुगतानकर्ता) जो ठेकेदारों या उप-ठेकेदारों को निर्दिष्ट कार्य के लिए भुगतान करता है, वह भुगतान सीमा ( Threshold Limit) पार हो जाने पर टीडीएस काटने के लिए जिम्मेदार होता है। यह व्यवसायों, संगठनों और यहां तक कि व्यक्तियों पर भी लागू होता है। धारा 194C के तहत निम्न को ट...

फिनटेक कंपनी किसे कह्ते है ( FINTECH COMPANY)

आज के दौर मे मोबाइल के द्वारा हम विभिन्न प्रकार के कार्य कर सकते है, तमाम तरह के बिल भुगतान से लेकर कर्ज की सुविधा तक। ये सारी सुविधाए हमे दिलाती है - फिनटेक कम्पनी फिनटेक यानी फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी। ये ऐसी कंपनियां हैं जो पारंपरिक वित्तीय सेवाओं में तकनीक अर्थार्थ इन्टरनेट , मोबाइल व अन्य साफ्टवेयर का इस्तेमाल करके उन्हें ज्यादा आसान, तेज़ और किफायती बनाती हैं। फिनटेक कम्पनीयो के उत्पाद और सेवाओ का दायरा दिन प्रतिदिन बढता जा रहा है , यही कारण है कि आज देश मे 9000 से ज्यादा फिनटेक कम्पनियाँ मौजूद है। उदाहरण के लिए:  * डिजिटल पेमेंट्स: Google Pay, PhonePe  * ऑनलाइन लोन: कई स्टार्टअप्स  * वित्तीय सलाहकार ऐप्स: कई निवेश ऐप्स फिनटेक कंपनी कैसे बनी?  * आइडिया:  एक ऐसा वित्तीय समस्या का हल ढूंढना जिसके लिए तकनीक का इस्तेमाल किया जा सके।  * टीम:  डेवलपर्स, डिजाइनर्स, बिजनेस स्ट्रेटजी एक्सपर्ट्स इकट्ठा करना।  * फंडिंग:  एंजल्स, वेंचर कैपिटलिस्ट्स या खुद का पैसा लगाकर।  * प्रोडक्ट डेवलपमेंट:  आइडिया को एक काम करने वाले प्रोडक्ट में बदलना। ...

पैसा कैसे कमाए ( How to Earn money)

पैसा जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हमें अपनी जरूरतों और चाहतों को पूरा करने में मदद करता है। चाहे वह खाने-पीने की चीजें खरीदना हो, घर का किराया देना हो, या फिर अपनी शिक्षा पूरी करना हो, पैसे की जरूरत हर किसी को होती है। अगर आप के पास पैसा है, तो आपके पास सभी रिस्तेदार है, सारे रिश्ते आज के समय मे धन के तराजु पर तौलने के बाद मजबूत या कमज़ोर होते है। आपने मेरे पिछले लेख-  हम आर्थिक रूप से स्वतंत्र कैसे हो (Financial Freedom)  मे पढा कि पैसे को कैसे इस्तेमाल करे,  जिससे हम न सिर्फ अमीर बने व आर्थिक स्वतंत्रा भी हासिल करे। हमे हमारा उद्देश्य पता होना चाहिए कि हम जो भी अर्जित कर रहे है, क्या वह हमारे उद्देश्य को पूर्ण करने मे सक्षम है?, इसलिए हम सबसे पहले अपने पैसे कमाने के उद्देश्य का पता करते है- पैसा क्यों कमाना चाहिए?  * आत्मनिर्भरता:  पैसे कमाने से आप आत्मनिर्भर बनते हैं और दूसरों पर निर्भर नहीं रहते। आप अपनी आवस्यकताओ की पूर्ती करते हुए आजादी से रह सकते है।  * सुरक्षा:  पैसे से आप अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा कर सकते हैं। अपने घर पर सीसी टीवी ...

एकाउंटिंग फिल्ड मे कैरियर( Accountant kaise bane)

यदि आपकी रुचि कामर्स विषय मे है , और आप इस फील्ड मे कैरियर बनाना चाहते है  , तो यह लेख आपके लिए है। वैसे केरियर के लिहाज से इस क्षेत्र मे अपार संभावना है।  केरियर के हिसाब से इस फील्ड मे सबसे पहले आता है, एकाउंटेंट बनना । Accountant व्यवसाय का वह धूरी होता हैं, जिसपर से गुजर कर व्यवसाय का हर कार्य होता है।  और यह एक ऐसा कार्य है जिसका कार्य क्षेत्र समस्त विश्व है, आज के समय मे आप घर बैठे दुनिया के किसी भी भाग का एकाउंट्स का कार्य आप कही से भी कर सकते है।  अकाउंटेंट कैसे बनें: आपके लिए एक संपूर्ण मार्गदर्शिका ( How to be an Accountant) अकाउंटेंट बनना एक चुनौतीपूर्ण लेकिन पुरस्कृत करियर विकल्प हो सकता है। यह भूमिका किसी भी संगठन की रीढ़ मानी जाती है क्योंकि यह वित्तीय स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण होती है। Accountant व्यवसाय का वह धूरी होता हैं, जिसके यहाँ से गुजर कर व्यवसाय का प्रत्येक कार्य होता है, और वह इन सब का डाटा रखता है, उसका निष्कर्ष निकाल कर, व्यवसाय प्रबंधक के सामने व्यवसाय की वर्तमान स्थिति का विवरण दरशाता है। और उक्त डाटा के आधार पर व्यवसाय के भवि...

आयकर सर्वेक्षण के दौरान सरेंडर की गई आय ( Income Tax on surrender value)

आयकर अधिनियम के अंतर्गत हमे किसी एक्ट को समझने के लिए उस एक्ट मे कही हुई बातो का शाब्दिक अर्थ समझना जरुरी है। यहाॅ, लिखे गए सर्वेक्षण शब्द से आम पब्लिक इसके दो अर्थ निकालते है- सर्वेक्षण और रेड। वास्तव मे यह दो अलग-अलग शब्द है , और आयकर अधिनियम मे भी इसका अर्थ और नियम अलग अलग है। पहले इनको एक-एक कर के समझते है, जिससे इसके लिए बनाए गए सभी नियमो को समझना आसान हो जायेगा- 1> सर्वेक्षण (Survey) यह आयकर अधिनियम 134A के अंतर्गत आता है, सर्वेक्षण केवल आपके व्यवसायिक स्थल या पेशे के स्थान पर ही हो सकता है , यह आपके आवासीय स्थान पर तब तक नही हो सकता जब तक यह साबित न हो जाए कि आपका व्यवसायिक दस्तावेज आपके आवासीय स्थान पर भी रखे जाते है।  सर्वेक्षण केवल कार्य दिवस पर और कार्य के घण्टो पर ही शुरु हो सकता है,  हाॅ,  इसके समाप्त होने की कोई समय निर्धारित नही किया गया है।  सर्वेक्षण के पश्चात या दौरान आयकर अधिकारी को जब्त करने (Seize) का कोई अधिकार नही होता है। इस दौरान किसी भी व्यक्ति का व्यक्तिगत तलाशी नही ली जा सकती है। और साथ ही आयकर अधिकारी पुलिस की सहायता नही ले सकता है। 2-...

PF क्या होता है ? (What is PF)

PF का अर्थ , लाभ , प्रकार और रजिस्ट्रेशन की पूरी प्रक्रिया आज के लेख में हम जानेंगे कि PF क्या होता है ? और जानेंगे PF का अर्थ , लाभ , प्रकार और  रजिस्ट्रेशन की पूरी प्रक्रिया का अध्ययन करेंगे।  PF का अर्थ और PF का इतिहास PF का FULL FORM है - PROVIDENT FUND, इसे हिन्दी में भविष्य निधि कहते है , यह उस फंड को कहा जाता है जो भारत में भविष्य निधि संबंधी शासी अधिनियम “ कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम 1952 “ के अंतर्गत खुलने वाले भविष्य निधि खाते में कर्मचारी और नियोक्ता के द्वारा संयुक्त रूप से जमा किया गया हो। यह अधिनियम औद्योगिक कामगारों के उनकी सेवानिवृत्ति पश्चात भविष्‍य के लिए और मृत्यु हो जाने की दशा में उनके आश्रितों के लिए व्यवस्था करने के लिए कुछ प्रावधान बनाने के मुख्‍य उद्देश्‍य से बनाया गया था। यह अधिनियम जम्‍मू और कश्‍मीर को छोड़कर पूरे भारत में लागू होता है। यह कानून 23 फरवरी 1952 को जम्मू और कश्मीर को छोड़ कर पुरे भारत में लागू किया गया था। इस अधिनियम के अनुसूची - 1 में उन प्रतिष्ठानों की सूची दी हुई है जिसके ऊपर यह एक्ट लागू होता है , सामान्यतः यह उन स...

जॉब वर्क क्या होता है और जीएसटी में इसके क्या नियम है ? ( Job Work in GST )

  आज हम चर्चा करने जा रहे है की जॉब वर्क क्या होता है (WHAT IS JOB WORK) और जी एस टी में इससे संबंधित क्या नियम है ,( JOB WORK RULES UNDER GST) और कौन सी धाराऐं है , इस सम्बन्ध में इंटरनेट पर काफी कम जानकारी उपलब्ध है , इसलिए यहाँ आप उसके सम्पूर्ण नियम और अर्थ का अध्ययन कर सकते है। जॉब वर्क क्या होता है ? (What is a Job Work) यदि कोई व्यापारी या व्यक्ति अपने स्वामित्व का कोई वस्तु किसी दूसरे व्यक्ति या व्यापारी को देकर उस वस्तु का कोई मॉडिफिकेशन ( संशोधन ), या ऐसा कोई कार्य करवाता है जिससे उस वस्तु को पूर्णता प्रदान हो सके , तब उस व्यक्ति के द्वारा किया गया यह कार्य जॉब वर्क कहा जाएगा , और जिस व्यक्ति ने यह कार्य किया है वह जॉब वर्कर कहा जाता है। वह वस्तु जिसके स्वामित्व में है वह व्यक्ति प्रधान प्रमुख कहा जाता है। जॉब वर्क की आवश्यकता क्यों है ? आज का दौर में सफल होने के लिए किसी भी विषय या उत्पाद में पूर्ण दक्ष होना जरूरी है , और हर व्यक्ति प्र्तेक कार्य में पूर्ण दक्ष नहीं हो सकता है , और कुछ उत्पाद ऐसे होते है जिसमे कई प्रकार की कार्य कुशलता एवं दक्षता की जरुरत होती है , इसलि...

अनलिस्टेड शेयर कैसे खरीदे ( How to buy unlisted share)

 अनलिस्टेड शेयर खरीदना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है और इसमें कुछ जोखिम भी शामिल होते हैं। ये शेयर किसी भी शेयर बाजार में सूचीबद्ध नहीं होते हैं, इसलिए इनकी खरीद-बिक्री सीधे कंपनी या किसी ब्रोकर के माध्यम से की जाती है। अनलिस्टेड शेयर क्यों खरीदें?  * आईपीओ से पहले निवेश:  कई निवेशक आईपीओ से पहले कंपनी में निवेश करके बड़ा लाभ कमाना चाहते हैं।  * कंपनी के विकास में भागीदारी:  आप कंपनी के शुरुआती चरण में निवेश करके उसके विकास में भागीदार बन सकते हैं। अनलिस्टेड शेयर खरीदने के तरीके:  * ब्रोकर के माध्यम से:  कई ब्रोकर अनलिस्टेड शेयरों की खरीद-बिक्री में मदद करते हैं। वे आपको विभिन्न कंपनियों के अनलिस्टेड शेयरों के बारे में जानकारी प्रदान कर सकते हैं।  * सीधे कंपनी से:  आप सीधे कंपनी से संपर्क करके भी अनलिस्टेड शेयर खरीद सकते हैं। हालांकि, इस प्रक्रिया में अधिक समय लग सकता है।  * ऑनलाइन प्लेटफॉर्म:  कुछ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी अनलिस्टेड शेयरों की खरीद-बिक्री की सुविधा प्रदान करते हैं। अनलिस्टेड शेयर खरीदने के जोखिम:  * तरलता का अभाव:...

फ्रीलांसर कैसे बने? ( How to gets Freelancing work)

फ्रीलांसर बनना आजकल एक लोकप्रिय विकल्प बन गया है। आप अपनी पसंद के काम को स्वतंत्र रूप से कर सकते हैं और अपनी शर्तों पर काम कर सकते हैं। आज के समय में घर से काम करने का यह सबसे आसान तरीकों में सेेे एक है , फ्रीलांसिंग का सीधा सा अर्थ है कि आप अपने स्किल से सम्बंधित सेवाएं एक से अधिक एम्प्लॉयर्स को दे सकते है।  एक फ्रीलांसर के तौर पर वर्चुअल सिस्टम की सेवाएं विभिन्न कंपनी को दे सकते हैं सबसे अच्छी बात यह है कि आमतौर पर सभी संस्थानों मेंं वर्चुअल असिस्टेंट की आवश्यकता होती ही है. फ्रीलांसर कैसे कार्य करता है ? वर्चुअल असिस्टेंट घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से संस्थानों और कंपनियों को विविन प्रकार की सेवाएं प्रदान करते हैं. विभिन्न संस्थानों बिजनेस और आंत्रप्रेन्योर्स  को उनका काम सुचारू रूप से चलाने के लिए वर्चुअल असिस्टेंट की जरूरत पड़ती है.  इसे हम पार्ट टाइम जॉब की तरह भी देख सकते है , लेकिन पार्ट टाइम जॉब एक सामान्य जॉब की तरह चलने वाली एक लम्बी प्रक्रिया है , वही फ्रीलांसिंग में किसी एक प्रोजेक्ट के ख़त्म होने पर आप अन्य क्लाइंट का काम करना शुरू कर सकते है।  ...

ऑनलाइन सही तरीके से पैसा कैसे कमाए कितने रास्ते हैं कमाने में? ( How to make online Income)

हम जब भी इन्टरनेट पर आमदनी से सम्बंधित कोई भी सर्च करते है, तो हमे तमाम साइट दिखाई देती है, जो हमे बैठे-बैठाये हजारो-लाखो रुपये आमदनी का सब्ज बाग दिखाते है, इस तरह के तमाम दावो के साथ यू-ट्यूब चैनल भरा हुआ है, लेकिन क्या आपको भी लगता है कि यह सब इतना आसान है? क्या यह सब सही है , क्या लोग वाकई मे इतना पैसा कमा रहे है? जी हाॅ, यह सच है कि लोग इससे पैसे कमा रहे है   लेकिन यह सब इतनी आसानी से नही कमा रहे है  , जितना आपको दिखाई पड रहा है।  यहा पर आपको आफ लाइन की अपेक्षाकृत कई गुना ज्यादा मेहनत करना पडेगा,  आफ लाइन की अपेक्षाकृत कही ज्यादा कम्पटीशन के लिए तैयार रहना होगा।  वैसे आन लाइन इनकम को मै दो भागो मे बाँटना चाहुगाॅ- पहला- कैरियर बेस्ड कार्य- ये वो कार्य है जिसको आप अपना कैरियर बनाने के लिए करते हो, जैसे- ब्लॉगिंग करना, यू-ट्यूब विडिओ बनाना।  इन कार्यो मे काफी मेहनत लगता है, और साथ मे सफलता पाने मे काफी समय लगता है। दुसरा- पार्ट टाइम वर्क- इसके अंतर्गत सर्वे कार्य, रेफरल लिंक वर्क जैसे कार्य आते है, आप इन कार्य को जब भी समय मिले कर सकते है, लेकिन इन का...

टैली कैसे सीखे (Tally kaise sikhey)

टैली कैसे सीखे ( Tally kaise sikhey ) का अभिप्राय टैली सॉफ्टवेयर पर एकाउंटिंग कैसे करे है। आज के दौर में टैली सॉफ्टवेयर एकाउंटिंग का अभिप्राय बन गया है , उसका कारण है टैली का दोहरी लेखा प्रणाली पर आधारित होना। हम जब स्कुल में या कालेज में एकाउंटिंग सीखते है , तो हमें पढ़ाया जाता है कि लेखा शास्त्र दोहरी लेखा प्रणाली पर आधारित है , और सभी व्यव्हार के दो पहलू होते है , उनमे से एक व्यव्हार को हम डेबिट भाग में लिखते है और दूसरे को क्रेडिट भाग में , और कुछ प्रोसेस के बाद हमारी समस्त अक्कोउटिंग एंर्टी पूर्ण हो जाती है। टैली सॉफ्टवेयर में भी हम इसी सिद्धांत का पालन करते है। और चुकि इन समस्त प्रक्रियाओं को हम स्कूल या कॉलेज में पढ़ चुके होते है , इसलिए टैली पर एकाउंटिंग करना हमें व्याहारिक लगता है। Tally का पूरा नाम है - Tally Solutions Enterprises Resources Planning Company , और यह करीब तीन दशक पुराना एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है , और इन तीन दशकों में अपने आप में सुधार करते हुए अब यह एक ERP Software बन गया है , ERP का मतलब Enterprise Resource Planning है , अर्थार्थ एक व्यापारी को अपने व्यवसाय को करने...