आजकल ऐसे मोबाइल एप्प की बाढ आ गई है , जिसके द्वारा छोटे- छोटे पर्सनल लोन दिए जा रहे है। और उसके बदले ये कम्पनिया अपनी शर्तो पर आपसे ब्याज और अन्य चार्जेस वसुलती है, एक बार यदि आप इनके चगुंल मे फस गये तो आपके पास आत्म हत्या करना ही एकमात्र विकल्प बचेगा।
समस्या यह है कि सरकार की कन्ट्रोलिगं सिर्फ कागज़ मे ही दिखती है, और कानून के पेचीदगी से ये कम्पनिया कई ऐसे रास्ते निकाल लेते है, जिससे ये आप को लुट भी ले और आप किसी से कोई सहायता भी न मागं सके।
मोबाइल ऐप्स से लोन लेते समय धोखाधड़ी से बचने के लिए और धमकियों से निपटने के लिए ये कुछ उपाय हैं:
* विश्वसनीय ऐप्स का चयन करें:
* केवल आधिकारिक ऐप स्टोर से ऐप्स डाउनलोड करें, वैसे विश्वास करने योग्य केवल सरकारी बैक है, लेकिन वहां पर आपको पर्सनल लोन नही मिलेगा, अतः यदि आपको नितांत आवश्यक हो और कही और से कोई उम्मीद न हो तभी ऐप्स स्टोर से डाउनलोड करे।
* ऐप की रेटिंग और समीक्षाएँ ध्यान से पढ़ें।
* कंपनी की वेबसाइट और सोशल मीडिया प्रोफाइल जांचें।
* शर्तों को ध्यान से पढ़ें:
* लोन समझौते की सभी शर्तें, ब्याज दर, शुल्क और पुनर्भुगतान की अवधि को ध्यान से पढ़ें।
* किसी भी संदेह के मामले में, किसी वकील से सलाह लें।
* व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से सावधान रहें:
* केवल आवश्यक जानकारी ही साझा करें।
* संवेदनशील जानकारी जैसे कि पासवर्ड या बैंक खाता विवरण साझा न करें।
* अतिरिक्त शुल्क से सावधान रहें:
* ये ऐप्स छिपे हुए शुल्क या दंड लगाते है, आप इनसे सतर्क रहे और सावधान रहे।
* सभी शुल्कों के बारे में स्पष्ट रूप से पूछें। और जवाब न मिलने पर कम्पलेन करे।
* अपनी ईएमआई को समय रहते भुगतान करे-
इनकी मनमानी तब अनियन्त्रित हो जाती है जब आपका कोई ईएमआई का भुगतान नही हो पाता है, उसके बाद इनका आटोमेटिक फोन आपको हर मिनट फोन कर के परेशान करना चालू कर देते है, इनके लोन रिकवरी के एजेंट आपको रोजाना फोन पर धमकीया देना चालू कर देगे, और दो दिन के बाद से आपके घर पर रोजाना आ कर धमकी देना चालू कर देगे। और सबसे नुकसान दायक ये होता है कि जब तक आप ईएमआई का भुगतान नही कर देते, तब तक हर तीसरे दिन आपके बैंक खाते मे ईएमआई डेबिट होना शुरु हो जायेगा, इसका मतलब है कि हर तीसरे दिन आपके खाते मे ईएमआई बाउन्स चार्ज डेबिट होगा। यह चार्ज लगभग रु 1,000/- तक होता है , यह चार्ज हर तीसरे दिन आपके बैंक खाते मे लगना चालू हो जाता है , वैसे यह चार्ज तो आपका बैंक आपसे ईएमआई बाउन्स का लेती है। लेकिन इतना ही चार्ज आपको लोन देने वाली कम्पनी भी आपसे लेती है। अब सोचिए कि यदि आपने एक महीने तक ईएमआई का भुगतान नही किया तो रु 10,000/-+जीएसटी आपके बैंक मे डेबिट हो जायेगा और इतना ही आपको लोन देने वाली कम्पनी भी चार्ज करेगी। और बार-बार ईएमआई बाउन्स होने पर आपका सिबिल स्कोर वहाॅ पहुंच जाएगा, जहा से आपको कोई बैंक लोन नही देगी।
* धमकियों के मामले में:
* धमकी भरे संदेशों या कॉलों को रिकॉर्ड करें।
* पुलिस में शिकायत दर्ज करें।
* साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें।
* उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण में शिकायत दर्ज करें।
ध्यान रखने योग्य अन्य बातें:
* अधिक ब्याज दरों से सावधान रहें:
* यदि ब्याज दर बहुत अधिक लग रही है, तो यह एक खतरे की निशानी हो सकता है।
* अतिरिक्त सुविधाओं से सावधान रहें:
* कुछ ऐप्स अतिरिक्त सुविधाएं जैसे बीमा या निवेश प्रदान कर सकते हैं, लेकिन ये हमेशा आवश्यक नहीं होते हैं।
* अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करें:
* लोन लेने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करें।
* अपने खर्चों का बजट बनाएं:
* सुनिश्चित करें कि आप लोन की किस्तों का भुगतान करने में सक्षम होंगे।
निष्कर्ष:
मोबाइल ऐप्स से लोन लेते समय सावधान रहना बहुत जरूरी है। उपरोक्त सुझावों का पालन करके आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं और अपने पैसे को सुरक्षित रख सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए:
* साइबर क्राइम हेल्पलाइन: 1930
* उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण: आपके राज्य का उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण
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