आजकल ज्यादातर कम्पनियाँ बिलो के भुगतान मे देरी पर ब्याज वसुलते है , व्यक्तिगत लोन पर भी हमे ब्याज देना पड़ता है, इस तरह हमे बहुतायत लेनदेन पर ब्याज की गणना करनी पडती है।अलग-अलग व्यापारी के साथ व्यवसायिक डील के आधार पर अलग-अलग ब्याज की गणना करना पडता है, इस तरह आज ब्याज की गणना काफी जटिल कार्य हो चुका है।
वाउचर इस तरह से बनायेगे
लेकिन जब आप टैली प्राइम मे इस प्रक्रिया को करते है, तो यह काफी आसान प्रतीत होता है। सिर्फ एक बार टैली मास्टर मे सेटिंग करना पडता है फिर, जब भी आपको ब्याज की गणना करना हो, टैलीप्राइम सिर्फ एक क्लिक पर ब्याज की गणना कर देगा।
एक बार सेटिंग करने के पश्चात यह एक स्वचालित प्रकिया हो जाता है , और आप किसी भी खाते का, खातो के समुह का, बैंक का, ऋण खाते का ब्याज की गणना आसानी से कर सकते है।
Tally में हम ब्याज की गरणा बिलो के भुगतान में देरी होने पर किया जाता है , सामान्यतः जब हम बिक्री इनवॉइस बनाते है तो उस इनवॉइस पर एक वाक्य लिखते है - Interest will be applicable after due date @10%.
इस तरह जब हम कोई इनवॉइस किसी को जारी करते है तो इसका अर्थ यह की यदि हमें निर्धारित तिथि तक उक्त इनवॉइस का भुगतान प्राप्त नहीं होता है तो हम उक्त इनवॉइस पर ब्याज भी लेंगे। और यह ब्याज उपरोक्त वाक्य में जितना लिखा होगा उतना होगा।
तो उपरोक्त ब्याज की गरणा करने के लिए हम सबसे पहले टैली में ब्याज की गरणा को सक्रीय करते है।
टैली प्राइम में ब्याज की गरणा को कैसे सक्रीय करे ( How to Activate Interest Calculation in Tally Prime)
Tally Prime में ब्याज की गरणा को सक्रीय करने के लिए गेटवे ऑफ़ टैली पर जाकर F-11 दबाते है।
टैली में F-11 दबाने के पश्चात उपरोक्त Window खुलेगी , सबसे पहले आप ध्यान दीजिये - इस Window के सबसे ऊपरी हिस्से में दिए गए - Show more features और Show all features दोनों "Yes" हो।
अब इस Window के Accounting Section में दिया होगा - Enable Interest Calculation, इसके सामने "Yes" कर देवे। अब आपका टैली Interest Calculation के लिए तैयार है।
अब आगे हम इंटरेस्ट कैलकुलेशन करेंगे - Debtors के Delay Amount पर।
अब हम टैली में Debtors Ledger बनाते है , हम अपने देनदार का नाम रखते है - Ram Enterprises.
Tally में हम Ledger कैसे तैयार करते है , इसके लिए आप पढ़ सकते है - टैली प्राइम पर खाताबही कैसे बनाये
यहाँ हम ब्याज की गरणा के लिए एक देनदार का ledger तैयार करेंगे।
आप Gate Way of Tally के Master के Create Section में जायेंगे। वहाँ पर आपको Accounting Master के अंतर्गत "Ledger" का विकल्प मिलेगा , आप इसे सेलेक्ट कर लेवे।
Ledger Creation में पहले आप अपने पार्टी का नाम लिखे , यहाँ पर हमने अपनी पार्टी " राम इंटरप्राइजेज " को बिक्री कर रहे है इसलिए " राम इंटरप्राइजेज " के नाम से खाता बना रहे है , और चुकि जिसको हम मॉल बेचते है वह हमारा देनदार होता है इसलिए यहाँ हम सेलेक्ट करते है - Sundry Debtors.
फिर आता है सेक्शन - Maintain balances bill by bill - हम इसको "YES" कर देते है , क्योकि ब्याज की गरणा पेंडिंग बिल के आधार पर ही होना है , इसलिए ब्याज की गरणा के लिए इसका "यस " होना जरुरी है।
फिर टैली आपसे पूछता है - Default Credit Period. अर्थार्थ हम अपने Debtors को कितने दिन के उधारी पर माल दे रहे है , हम यहाँ जितना दिन डालेंगे , यह आपके इनवॉइस पर उतने दिन के बाद का देय तिथि दिखायेगा।
जैसे मैंने यहाँ पर 7 दिन की उधारी दिखाई है , तो अब यदि यह माल 1 तारीख को बिका है तो टैली देय तिथि 08 को दिखाएगी।
अब आता है - Activate Interest Calculation , इसके सामने वाले खाने को "Yes" करने पर निम्न Window खुलेगा।
1. Calculate Interest Transaction by Transaction - यहाँ टैली आपसे पूछ रहा है की सिर्फ शेष राशि पर ही ब्याज की गरणा करनी है या पूरी राशि पर। चुकि हमने कस्टमर को माल बेचा है और यदि वह उसका भुगतान टुकड़ो में कर रहा है तो ब्याज की गरणा उसके शेष राशि पर ही होनी चाहिए , इसलिए हमने यहाँ पर "Yes" किया है , लेकिन यदि हमारा कांटेक्ट ऐसा हो कि जब तक पूरा भुगतान नहीं हो जाता है तब तक हम पुरे राशि पर ब्याज लेंगे तब उस परिस्थिति में हम इसे " No " रखेंगे।
2 Override Parameters for each Transaction - अक्सर व्यापारी अलग - अलग बिलो पर अलग - अलग टर्म और कंडीशन रखते है , यहाँ टैली आपसे पूछ रहा है की क्या प्रत्येक ट्रांज़ैक्शन पर अलग अलग टर्म्स को फॉलो करना है या नहीं। हमारे उदाहरण में हम अपना टर्म नहीं बदल रहे है , इसलिए यहाँ हम " NO " ही रहने देंगे।
3. Rate - आप व्यापारी से जो भी ब्याज लेना चाहते है वो आप यहाँ लिख सकते है।
4. Calendar Year - यहाँ आपको 4 ऑप्शन आते है , 30 दिन के महीने के हिसाब से , 365 दिन के साल के हिसाब से , केलिन्डर मंथ के हिसाब से और केलिन्डर के वर्ष के हिसाब से। आप के पास यदि कोई विशेष शर्त न हो तो आप केलिन्डर वर्ष के हिसाब से ब्याज की गरणा कीजिये।
इसके पश्चात आप इस लेजर को सेव कर ले। अब आप जब भी सेल इनवॉइस बनायेगे , आप के उन बिलो की देय तिथि अथवा बिलो की तिथि के अनुसार टैली ब्याज की गरणा करेंगा।
अब हम एक सेल बिल बना लेते है , याद रखियेगा कि इस सेल बिल में Reference "YES" रहेगा।
अब इस पार्टी के खाते में जाकर F-5 दबाते है , जिससे हमें Bills Outstanding Details प्राप्त हो जाती है। यहाँ आपको ऊपर दिए गए Date को विशेष ध्यान देना है , क्योकि जिस तारीख तक की आप रिपोर्ट निकलोगे , टैली उस तारीख तक का ब्याज Calculate करेगा। जैसे यहाँ हमने 31 जनवरी तक की रिपोर्ट निकाली है , तो टैली यहाँ पर 11 जनवरी से लेकर 31 जनवरी तक की ब्याज की गरणा करेगा।
अब आप यहाँ पर Ctrl+H दबाये।
ऊपर एक Window Open होगी , जिसमे आपको Interest Calculation का बटन दिख जायेगा , उसे दबाये ,
Interest Calculation का बटन दबाते ही टैली आपके इस बिल का 11 जनवरी से लेकर 31 जनवरी तक का ब्याज गरणा कर के दे देगा , इस तरह से -
टैली में ब्याज का वाउचर कैसे बनाये
अब जब आप उपरोक्त पार्टी को ब्याज का डेबिट नोट देंगे, उसके लिए आप टैली में एक विशेष वाउचर क्लास बनाने की आवस्यकता होगी।
इंटरेस्ट का वाउचर बनायेगे
वाउचर में इंटरेस्ट कैलकुलेशन के लिए क्लास बनायेगे
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